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“Why Your Period Makes You Moody (and What You Can Do About It)”
"Why are women more prone to crying during their menstrual cycle?"

क्या मासिक धर्म के दौरान मूड बदलता है?
- हाँ, यह बहुत आम है।
- ज़्यादातर महिलाओं को मासिक धर्म से पहले और उसके दौरान मूड में बदलाव महसूस होता है।
ऐसा क्यों होता है?
- हार्मोन का खेल:
- मासिक धर्म चक्र के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर ऊपर-नीचे होता रहता है।
- इन हार्मोनों का दिमाग पर सीधा असर होता है, जो हमारे मूड को नियंत्रित करता है।
मूड में उतार–चढ़ाव के लक्षण?
- क्या महसूस हो सकता है?
- चिड़चिड़ापन (जल्दी गुस्सा आना)
- उदासी या रोने का मन करना
- चिंता या घबराहट
- थकान और सुस्ती
- अचानक से खुश या दुखी महसूस करना
क्या करना चाहिए?
- खुद का ख्याल रखें:
- आराम करें: भरपूर नींद लें।
- सही खाएं: पौष्टिक भोजन लें, चीनी और कैफीन कम करें।
- हल्की एक्सरसाइज़ करें: टहलना या योग करना फायदेमंद होता है।
- किसी से बात करें: दोस्तों, परिवार या डॉक्टर से अपनी भावनाओं के बारे में बात करें।
- ध्यान भटकाएं: अपनी पसंद का काम करें, जैसे किताब पढ़ना या संगीत सुनना।
कब डॉक्टर के पास जाएं?
- अगर समस्या गंभीर हो तो:
- अगर मूड में बदलाव इतना ज़्यादा हो कि रोज़ाना के काम करने में दिक्कत हो।
- अगर बहुत ज़्यादा उदासी या निराशा महसूस हो।
- अगर ये लक्षण हर महीने बहुत तेज़ी से बढ़ते हों।
- यह पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) या पीएमडीडी (प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर) हो सकता है, जिसके लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
याद रखें:
- मासिक धर्म के दौरान मूड में उतार-चढ़ाव सामान्य है।
- यह शरीर की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है।
- खुद का ख्याल रखना सबसे ज़रूरी है।
- अगर परेशानी ज़्यादा हो, तो मदद मांगने में बिलकुल संकोच न करें।