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Men’s Sexual Desires Through the Ages: What to Expect
A Lifespan Perspective on Libido, Intimacy, and Evolving Passion.

पुरुषों की यौन इच्छाएँ समय के साथ कैसे बदलती हैं?
पुरुषों की यौन इच्छाएँ (जिसे लिबिडो या सेक्स ड्राइव भी कहते हैं) उम्र के साथ-साथ बदलती रहती हैं, और यह बिलकुल सामान्य है। यह बदलाव सिर्फ़ उम्र की वजह से नहीं, बल्कि शरीर के अंदरूनी हार्मोनल बदलावों, मानसिक स्थिति और जीवनशैली से भी जुड़ा होता है।
आइए, समझते हैं कि उम्र के अलग-अलग पड़ावों पर पुरुषों की यौन इच्छा में क्या-क्या बदलाव आते हैं:
उम्र के साथ यौन इच्छा में बदलाव:
- 20 से 30 साल की उम्र:
- यह वो समय होता है जब पुरुषों की यौन सक्रियता सबसे ज़्यादा होती है।
- इस उम्र में टेस्टोस्टेरोन (पुरुष सेक्स हार्मोन) का स्तर सबसे ऊंचा होता है, जिससे यौन इच्छा भी बहुत तेज़ होती है।
- इस दौरान ज़्यादातर पुरुष ऊर्जा से भरपूर होते हैं और रिकवरी भी तेज़ी से होती है।
- 30 से 40 साल की उम्र:
- इस दशक में यौन इच्छा में हल्की सी कमी आ सकती है, लेकिन यह आमतौर पर बहुत ज़्यादा महसूस नहीं होती।
- टेस्टोस्टेरोन का स्तर धीरे-धीरे कम होना शुरू हो सकता है (हर साल लगभग 1% घटता है)।
- जीवनशैली से जुड़ी चीज़ें जैसे तनाव, करियर का दबाव, या बच्चे की ज़िम्मेदारियाँ भी यौन इच्छा को थोड़ा प्रभावित कर सकती हैं।
- 40 से 50 साल की उम्र:
- इस उम्र के आसपास टेस्टोस्टेरोन का स्तर और ज़्यादा घटता है।
- यौन इच्छा में थोड़ी और कमी आ सकती है, जो कुछ पुरुषों को ज़्यादा महसूस हो सकती है।
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) की समस्याएँ ज़्यादा आम होने लगती हैं, जिसका सीधा असर यौन इच्छा और प्रदर्शन पर पड़ता है।
- कुछ लोग इसे “पुरुष रजोनिवृत्ति” या “एंड्रोपॉज़” भी कहते हैं, हालांकि यह महिलाओं के मेनोपॉज़ जितना अचानक या स्पष्ट नहीं होता।
- 50 साल और उससे ज़्यादा की उम्र:
- इस उम्र में यौन इच्छा में और कमी आ सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह पूरी तरह से ख़त्म हो जाती है।
- बहुत से पुरुष 50 और 60 की उम्र के बाद भी सक्रिय और संतुष्टिदायक यौन जीवन जी सकते हैं।
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन, कम ऊर्जा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ यौन इच्छा और प्रदर्शन को ज़्यादा प्रभावित कर सकती हैं।
- कुछ पुरुषों में स्खलन (ejaculation) के दौरान तरल पदार्थ (वीर्य) की मात्रा में कमी आ सकती है और एक बार संबंध बनाने के बाद दोबारा इरेक्शन आने में ज़्यादा समय लग सकता है।
यौन इच्छा को प्रभावित करने वाले दूसरे ज़रूरी कारक:
- हार्मोनल बदलाव: टेस्टोस्टेरोन यौन इच्छा, ऊर्जा, मांसपेशियों और मूड को कंट्रोल करता है। उम्र के साथ इसमें कमी आती है।
- स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें:
- शुगर (मधुमेह)
- हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
- दिल की बीमारियाँ (हृदय रोग)
- मोटापा
- डिप्रेशन (अवसाद) और चिंता
- किडनी की पुरानी बीमारियाँ
- दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन या बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए ली जाने वाली दवाएं, यौन इच्छा को कम कर सकती हैं।
- जीवनशैली:
- तनाव और थकान: ये यौन इच्छा को बहुत ज़्यादा प्रभावित करते हैं।
- कम नींद: पर्याप्त नींद न लेना भी एक बड़ा कारण है।
- धूम्रपान और शराब: ये ख़ून के बहाव को बिगाड़ते हैं और हार्मोन को असंतुलित कर सकते हैं।
- खराब खान-पान और कसरत न करना।
- मानसिक और भावनात्मक कारक:
- आत्मविश्वास की कमी।
- रिश्ते में समस्याएँ या पार्टनर से खुलकर बात न कर पाना।
- यौन प्रदर्शन को लेकर डर या चिंता।
क्या कर सकते हैं?
- यौन इच्छा में बदलाव सामान्य हैं, लेकिन अगर ये बदलाव आपको या आपके रिश्ते को परेशान करते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है। डॉक्टर आपके हार्मोनल स्तर की जांच कर सकते हैं, किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का पता लगा सकते हैं और सही सलाह या इलाज बता सकते हैं।
- एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, तनाव को मैनेज करना, नियमित रूप से व्यायाम करना और अपने पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करना भी यौन इच्छा को बनाए रखने में मदद कर सकता है।