यौन स्वास्थ्य

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    What are erogenous zones beyond the clitoris, and how can GIRL explore them?

    क्लिटोराइस के अलावा एरोजिनस ज़ोन क्या हैं, और लड़कियाँ इन्हें कैसे खोज सकती हैं? यह सच है कि भगशेफ (क्लिटोरिस)…

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    महिलाएं कितनी बार हस्तमैथुन करती हैं? कोई “सामान्य” आवृत्ति है?

    महिलाओं द्वारा कितनी बार हस्तमैथुन किया जाता है, इसकी कोई निश्चित या “सामान्य” संख्या नहीं है। यह एक अत्यंत व्यक्तिगत…

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    CAN MASTURBATION HELP WITH PERIOD PAIN OR STRESS?

    क्या हस्तमैथुन मासिक धर्म के दर्द या तनाव में मदद कर सकता है? हाँ, हस्तमैथुन मासिक धर्म के दर्द (पीरियड पेन) और तनाव को कम करने में वाकई मदद कर सकता है। यह कई महिलाओं के लिए एक प्रभावी तरीका साबित हुआ है, जो पीरियड्स के दौरान होने वाली असहजता से राहत पाने में सहायक है। इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण हैं: एंडोर्फिन का स्राव (Endorphin Release): जब आप चरम सुख (orgasm) का अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर एंडोर्फिन नामक “फील-गुड” हार्मोन जारी करता है। एंडोर्फिन प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में कार्य करते हैं और आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन (cramps) और दर्द से काफी राहत मिल सकती है। यह शरीर की अपनी दर्द-निवारक प्रणाली है। गर्भाशय का संकुचन (Uterine Contractions): ऑर्गेज्म के दौरान गर्भाशय में हल्के संकुचन होते हैं। ये संकुचन मासिक धर्म के रक्त को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं, जिससे कुछ महिलाओं को ऐंठन की गंभीरता में कमी महसूस हो सकती है। यह गर्भाशय को “खाली” करने में मदद करता है, जिससे दबाव कम हो सकता है। रक्त प्रवाह में वृद्धि (Increased Blood Flow): हस्तमैथुन से पेल्विक क्षेत्र (पेट के निचले हिस्से) में रक्त प्रवाह बढ़ता है। रक्त प्रवाह बढ़ने से मांसपेशियों को आराम मिल सकता है और दर्द कम हो सकता है। यह ठीक वैसे ही है जैसे किसी दर्द वाले हिस्से पर गर्मी लगाने से आराम मिलता है, क्योंकि इससे रक्त संचार बेहतर होता है। तनाव और चिंता कम करना (Stress and Anxiety Reduction): मासिक धर्म के दौरान, हार्मोनल बदलावों के कारण तनाव और चिंता का स्तर अक्सर बढ़ जाता है। हस्तमैथुन एक प्राकृतिक तनाव निवारक है। यह शरीर को आराम करने में मदद करता है और तनाव व चिंता को कम करता है, जिससे आप बेहतर महसूस करती हैं। यौन सुख से मिलने वाला आराम मानसिक शांति भी प्रदान करता है। क्या यह सुरक्षित है? मासिक धर्म के दौरान हस्तमैथुन करना पूरी तरह से सुरक्षित है।  इसमें कोई स्वास्थ्य जोखिम नहीं है, बशर्ते आप अच्छी स्वच्छता का ध्यान रखें। अपने हाथों और किसी भी इस्तेमाल किए जाने वाले यौन खिलौने को साफ रखना महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमण का कोई जोखिम न हो।

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    Does masturbation affect fertility or reproductive health?

    क्या लड़कियाँ ज्यादा हस्तमैथुन कर सकती हैं? क्या यह हानिकारक है? यह एक आम सवाल है कि क्या लड़कियाँ भी…

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    Does masturbation affect virginity?

    क्या हस्तमैथुन से कौमार्य प्रभावित होता है? नहीं, बिल्कुल नहीं! नमस्ते दोस्तों! आज हम एक ऐसे विषय पर बात करने जा रहे हैं जिस पर अक्सर लोग खुलकर बात नहीं करते, लेकिन जिसके बारे में जानना बहुत ज़रूरी है। यह एक ऐसी आम गलतफहमी है जो न जाने कितने युवाओं के मन में घर कर गई है !  क्या हस्तमैथुन करने से कौमार्य (virginity) पर कोई असर पड़ता है? अगर आपके मन में भी यह सवाल है, तो इसका सीधा और स्पष्ट जवाब है: नहीं, हस्तमैथुन से कौमार्य बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता है। कौमार्य क्या है? सबसे पहले, हमें यह समझना होगा कि कौमार्य क्या है। ज़्यादातर समाजों और संस्कृतियों में, कौमार्य का मतलब आमतौर पर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ “पेनिट्रेटिव” यौन संबंध (जैसे कि योनि मैथुन, गुदा मैथुन या मुख मैथुन) न बनाने से है। यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक अवधारणा ज़्यादा है, न कि कोई शारीरिक स्थिति जिसे किसी टेस्ट से मापा जा सके। हस्तमैथुन क्या है? अब बात करते हैं हस्तमैथुन की। हस्तमैथुन दरअसल आत्म-उत्तेजना का एक तरीका है। इसमें आप अपने शरीर को छूकर या रगड़कर खुद को यौन सुख देते हैं। यह पूरी तरह से एक व्यक्तिगत गतिविधि है जिसमें कोई दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं होता। आप अपने शरीर के बारे में सीखते हैं, अपनी यौन इच्छाओं को समझते हैं, और तनाव को कम करने या बस आनंद महसूस करने के लिए ऐसा करते हैं। तो फिर, यह कौमार्य को क्यों प्रभावित नहीं करता? जब हम कौमार्य की पारंपरिक परिभाषा देखते हैं – “किसी दूसरे व्यक्ति के साथ पेनिट्रेटिव यौन संबंध न बनाना” – तो हस्तमैथुन इसमें कहीं भी फिट नहीं बैठता। हस्तमैथुन में दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं होता है, और न ही इसमें किसी तरह का पेनिट्रेशन (प्रवेश) होता है जो किसी अन्य व्यक्ति से जुड़ा हो। इसलिए, यह आपकी कौमार्य की स्थिति को बिल्कुल भी नहीं बदलता है। योनिच्छद (Hymen) का मिथक एक और बहुत बड़ी गलतफहमी है जो अक्सर कौमार्य से जोड़ी जाती है, वह है योनिच्छद (Hymen) का टूटना। बहुत से लोग मानते हैं कि अगर योनिच्छद बरकरार है, तो लड़की कुंवारी है, और अगर वह फट गया है, तो नहीं है। लेकिन यह बात भी पूरी तरह से गलत है! योनिच्छद योनि के प्रवेश द्वार पर एक पतली झिल्ली होती है। यह कई कारणों से फट सकती है या खिंच सकती है, और इनमें से ज़्यादातर कारण गैर–यौन होते हैं। उदाहरण के लिए: खेल–कूद: साइकिल चलाना, घुड़सवारी, जिमनास्टिक्स, या कोई भी ज़ोरदार शारीरिक गतिविधि। टैम्पोन का उपयोग: मासिक धर्म के दौरान टैम्पोन का इस्तेमाल। दैनिक गतिविधियाँ: कई बार तो सामान्य दैनिक गतिविधियों के दौरान भी यह प्रभावित हो सकता है। जन्मजात भिन्नता: कुछ लड़कियों में योनिच्छद जन्म से ही बहुत छोटा या अनुपस्थित हो सकता है।…

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